पीजी डॉक्टरों को दो साल रूकना होगा उत्तराखंड में, कैबिनेट में जल्द आ सकता है प्रस्ताव
अक्सर ये देखा जाता है कि डॉक्टर पढ़ाई किसी और राज्य में करते हैं, फिर नौकरी के लिए दूसरे शहरों में शिफ्ट हो जाते हैं, लेकिन अब उत्तराखंड सरकार इसे लेकर सख्त नजर आ रही है। राज्य में सरकारी मेडिकल कॉलेजों से पीजी की पढ़ाई करने वाले डॉक्टर दो साल तक दूसरे राज्यों में नौकरी नहीं कर पाएंगे। इसके लिये सरकार ने कानून का का प्रस्ताव बना लिया है जल्द ही प्रस्ताव कैबिनेट में लाकर इसे लागू किया जाएगा।
सरकार ऐसा इसलिये कर रही है क्योंकि राज्य में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है।
राज्य मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से ये प्रस्ताव तैयार किया गया है। आपको बता दें कि अभी उत्तराखंड में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के 600 से ज्यादा पद खाली हैं। जिस वजह से मरीजों को इलाज के लिए दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। इस परेशानी को देखते हुए सरकार ने स्पेशलिस्ट डॉक्टर बढ़ाने का फैसला किया। इसी के तहत पहले चरण में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति उम्र 60 साल से बढ़ाकर 65 साल की गई और इसके बाद अब पीजी करने वाले डॉक्टरों को भी राज्य में ही रोकने का प्लान बना है।